रूसी सेना में सहायक कर्मियों के रूप में काम करने वाले दस भारतीय नागरिकों को रिहा कर दिया गया है और वे भारत लौट आए हैं. विदेश मंत्रालय (एमईए) ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि भारत रूसी सेना में समान पदों पर कार्यरत अन्य सभी नागरिकों की वापसी सुनिश्चित करने के लिए रूस पर दबाव बना रहा है.
जायसवाल ने अपनी साप्ताहिक प्रेस वार्ता में कहा, ‘‘दस भारतीय नागरिकों को रिहा कर दिया गया है और वे स्वदेश लौट आए हैं.'' रूसी सेना में सहायक कर्मचारी के रूप में काम करने वाले दो भारतीयों की जान चली जाने के बाद, भारत ने पिछले महीने अपने नागरिकों से ऐसी नौकरियां करके अपनी जान जोखिम में न डालने का आह्वान किया था.
जायसवाल ने कहा कि भारतीय पक्ष विदेश मंत्रालय, रक्षा मंत्रालय और रूस में कई अन्य संगठनों सहित विभिन्न स्तरों पर रूसी सेना में सेवारत सभी भारतीयों के मामले को बहुत सक्रिय रूप से आगे बढ़ा रहा है.
उन्होंने कहा, ‘‘हम उन सभी लोगों को वापस लाने के लिए प्रतिबद्ध हैं जो अब तक हमारे संपर्क में आए हैं और स्वदेश लौटना चाहते हैं.'' खबरों में कहा गया था कि रूसी सेना के साथ काम करने के लिए पिछले साल से लगभग 200 भारतीय नागरिकों को भर्ती किया गया था.