कोविड-19 ने बाल श्रम पीड़ितों की स्थिति को और खराब कर दिया है, लेकिन संयुक्त और निर्णायक कार्रवाई इस प्रवृत्ति को उलट सकती है. बाल श्रम के खिलाफ विश्व दिवस पर सुनीता कृष्णन और अमोद कांत ने बात की कि कैसे बाल श्रम पीड़ितों को अक्सर यौन शोषण और बलात्कार सहित अन्य प्रकार के दुर्व्यवहार का सामना करना पड़ता है.
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