हेग की अंतरराष्ट्रीय अदालत से आए फ़ैसले के बाद भी पाकिस्तान ने कुलभूषण जाधव को एक बार काउंसलर ऐक्सेस देने का एलान किया. एक अगस्त को अचानक उसका बयान आया कि दो अगस्त को भारत चाहे तो काउंसलर ऐक्सेस हासिल कर ले. आज दोपहर को भारतीय राजनयिक गौरव अहलूवालिया ने कुलभूषण जाधव से मुलाकात की. ये मुलाकात किसी अनजान जगह पर हुई. करीब ढाई घंटे चली इस मुलाकात के पूरे ब्योरे अभी तक सुलभ नहीं हैं. भारतीय विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा है कि कुलभूषण जाधव बेहद दबाव में थे. वो रटा-रटाया जवाब देते नजर आ रहे थे ताकि पाकिस्तान के फैलाए भ्रम को मज़बूती मिले. हालांकि पूरी रिपोर्ट आने के बाद भारत आगे की कार्रवाई पर विचार करेगा. अब ऐसे में सवाल उठता है कि क्या कुलभूषण जाधव की वतन वापसी का रास्ता आसान हो गया है?