रिटायरमेंट के आखिरी दिन चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड और उनकी अगुआभ वाली 7 सदस्यीय बेंच ने अलीगढ मुस्लिम युनिवर्सिटी के संबंध में एक बहुत अहम फैसला सुनाया और ये कहा कि इस विश्वविख्यात विश्वविधालय का माइनोरिटी स्टेटस बना रहेगा. AMU यहां से पढ़कर निकले बहुत से छात्रों ने देश, दुनिया और समाज को नई दिशा दी न सिर्फ यहां के छात्रों ने आजादी की लड़ाई में बड़ा योगदान दिया बल्कि पूरी दुनिया में देश का नाम रोशन किया.इसी अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी से जुजे 57 साल पुराने विवाद पर सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि फिलहाल इसका अल्पसंख्यक संस्थान का दर्जा बरकरार रहेग, लेकिन साथ में यह भी साफ किया कि एक नई बेंच इसको लेकर गाइडलाइंस बनाएगी.