पिछले दिनों महरौली के गुरविंदर सिंह पोपली नाम के एक युवक ने जाते-जाते चार लोगों को नई ज़िंदगी दे दी। डॉक्टरों ने पोपली को ब्रेन डेड घोषित कर दिया था। उस मुश्किल वक़्त में भी उसके परिवार ने उनके अंगदान करने का फ़ैसला किया। हालांकि उत्तर भारत में अंगदान को लेकर बहुत ज्यादा उदासीनता देखी जाती है, जबकि दक्षिण भारत में इसे लेकर जागरूकता काफी बढ़ी है। प्राइम टाइम के इस हिस्से में इसकी वजह टटोलने की कोशिश...