भारत के तिरुवनंतपुरम इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर अमेरिका में निर्मित रॉयल नेवी का एफ-35 बी लड़ाकू विमान 14 जून, शनिवार रात से खड़ा है। यह कोई आम विमान नहीं है, बल्कि पांचवीं पीढ़ी का स्टेल्थ फाइटर जेट है, जिसे अमेरिकी कंपनी लॉकहीड मार्टिन ने बनाया है। इसे दुनिया के सबसे आधुनिक और खतरनाक लड़ाकू विमानों में गिना जाता है। अमेरिका, ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया, जापान, इटली, नॉर्वे, नीदरलैंड और इजरायल जैसे देश इसका इस्तेमाल करते हैं। शनिवार को, इस विमान के पायलट ने ईंधन की कमी के कारण इमरजेंसी लैंडिंग की अनुमति मांगी। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए भारतीय वायुसेना ने न केवल लैंडिंग में सहायता की, बल्कि विमान की मरम्मत और वापसी के लिए सभी आवश्यक तकनीकी और लॉजिस्टिक सपोर्ट भी प्रदान कर रही है। मंगलवार को ब्रिटेन की रॉयल नेवी की एक टीम हेलीकॉप्टर के जरिए तिरुवनंतपुरम पहुंची। उनके साथ तकनीशियन और विमान के आवश्यक उपकरण भी थे। इसके बावजूद, तकनीकी समस्या पूरी तरह हल नहीं हो सकी है, जिस कारण यह विमान अब तक भारत में ही खड़ा है।