महिला आरक्षण बिल पर बोलते हुए सोनिया गांधी ने कहा कि पहली बार स्थानीय निकाय चुनाव में महिलाओं का प्रतिनिधित्व तय करने के लिए संवैधानिक संशोधन मेरे जीवन साथी राजीव गांधी द्वारा लाया गया था. लेकिन राज्यसभा में 7 वोटों से हार गए थे. बाद में, पीएम पीवी नरसिम्हा राव के नेतृत्व में कांग्रेस सरकार ने इसे राज्यसभा में पारित कर दिया. परिणामस्वरूप, हमारे पास स्थानीय निकायों के माध्यम से देश भर में 15 लाख निर्वाचित महिला नेता हैं. राजीव गांधी का सपना केवल आंशिक रूप से पूरा हुआ है .यह इस विधेयक के पारित होने के साथ पूरा हो जाएगा."