कोरोना संक्रमण के कारण दुनिया भर में 1 लाख 60 हज़ार से अधिक लोगों की मौत हो गई है. इनमें से 1 लाख मौतें यूरोप के देशों में हुई हैं. यही कारण है कि कई यूरोपीय देश अब बोलने लगे हैं कि संक्रमण के फैलाने में चीन की लापरवाही से लेकर भूमिका तक की अंतर्राष्ट्रीय जांच होनी चाहिए. चीन की भूमिका वाली थ्योरी को चलाने के लिए कई संगठन दिन रात लगे हुए हैं. जर्मनी की चांसलर ने अपनी तरफ से चीन को लेकर कुछ नहीं कहा है मगर वहां के एक अखबार की चर्जा दुनिया भर में हो रही है. इस अखबार ने अपनी तरफ से चीन को दस लाख करोड़ डॉलर का बिल भेज दिया है. आप जानते हैं ऐसी खबरों की क्या कीमत होती है। इन दिनों खबरें कम होती हैं। सनसनीखेज़ बनाने के लिए भी कभी जमात जैसी खबरें मिल जाती हैं तो कभी चीन मिल जाता. अगर भारत के अखबारों में ऐसी खबर दिखे कि जर्मनी ने चीन को दस लाख करोड़ का बिल भेजा है तो ध्यान रखिएगा. जर्मनी ने ऐसा नहीं किया है. जर्मनी के एक अखबार ने किया है जो सनसनीखेज़ चीज़ें ही छापता है. लेकिन ज़रूर चीन को लेकर दुनिया के कई दशों के नेता बोल रहे हैं.