ताज़ा आंकड़े कहते हैं कि लगातार 10 वें महीने यात्री वाहनों की बिक्री घटी है. 21 साल बाद इतनी बड़ी गिरावट हुई . भारतीय ऑटोमोबील इंडस्ट्री की एक बड़ी संस्था SIAM के मुताबिक अगस्त 2019 में देश में कारों की बिक्री 41.09 फीसदी घट गई है. अगर कार बनाने वाली इन बड़ी-बड़ी कंपनियों की बिक्री मंद है तो इसमें आम आदमी की चिंता की क्या बात है? चिंता की बात इसलिए है क्योंकि ऑटो सेक्टर भारतीय अर्थव्यवस्था का एक मज़बूत स्तंभ माना जाता है. भारत की जीडीपी में इसका 7.5 फीसदी का योगदान है. कुल मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर भारतीय जीडीपी में 17 फीसदी का योगदान करता है और उसके अंदर ऑटो सेक्टर का 49 फीसदी का योगदान है. ऑटो सेक्टर करीब 80 लाख लोगों को सीधे या उससे जुड़े काम के ज़रिए रोज़गार देता है। अगर कारें कम बिकेंगी तो नौकरियों में और कटौती होगी.