क्या हिंदू आतंकवाद की थ्योरी फेल हो गई है. हैदराबाद मक्का मस्जिद धमाके के मामले में कोर्ट के फ़ैसले से ये सवाल उठ रहा है. 18 मई 2007 को हुए इस बम धमाके में नौ लोग मारे गए थे और 58 लोग घायल हो गए थे. मामले में क़रीब ग्यारह साल सुनवाई चली, 200 से ज़्यादा गवाहों के बयान लिए गए और चार सौ दस्तावेज़ कोर्ट में सौंपे गए. इस सबके मद्देनज़र NIA की विशेष कोर्ट ने सोमवार को मामले के पांच आरोपियों को बरी कर दिया. कोर्ट ने कहा कि आरोपियों के ख़िलाफ़ पुख़्ता सबूत नहीं मिले हैं.