शुक्रवार को दो बड़े ऐलान हुए. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 10 सरकारी बैंकों को मिलाकर चार बड़े बैंक बनाने का ऐलान किया. इस ऐलान के बाद सरकारी बैंकों की संख्या 12 रह जाएगी. सरकार का तर्क है कि इससे एनपीए को काबू करने में मदद मिलेगी. वहीं दूसरी ओर पहली तिमाही के जीडीपी के आंकड़े भी सामने आए. विकास दर पिछली तिमाही के 5.8 फीसदी के मुकाबले 5 फीसदी रह गई है. विकास दर का पिछले 6 साल में यह सबसे निचला स्तर है. इन ऐलानों का भारतीय अर्थव्यवस्था पर क्या असर होगा ये तो आने वाला वक्त ही बताएगा. वित्त मंत्री और प्रधानमंत्री कई बार कह चुके हैं कि भारत को 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाना है. क्या ये ऐलान उसी दिशा में एक कदम हैं या फिर ये एक डैमेज कंट्रोल है. पक्ष विपक्ष में इन्हीं मुद्दों पर चर्चा.