नागरिकता संशोधन कानून को लेकर तमाम तरह की बातें हो रही हैं. लेकिन इन सब के बीच एनआरसी पर हुए खर्च को लेकर कोई बात नहीं कर रहा है. यानी अगर देश में एनआरसी करानी होगी तो इसपर कितना पैसा खर्च होगा इसका पता किसी को नहीं है ना ही कोई इसका अनुमान लगा रहा है. हमनें इसका अनुमान असम में एनआरसी पर खर्च हुई राशि से लगाया है. असम की कुल आबादी 3.06 करोड़ है और यहां के लोगों का एनआरसी कराने पर कुल खर्च 1220 करोड़ रुपये हुआ है. यानी यहां हर एक नागरिक पर एनआरसी के लिए राज्य सरकार ने 399 रुपये हुए हैं. अब अगर हम देश की कुल आबादी यानी 137 करोड़ लोगों की एनआरसी कराने का खर्च निकाले तो हमें 399 रुपये को 137 करोड़ से गुना देना होगा. और ऐसा करने पर जो राशि निकल कर आती है वह 54,663 करोड़ रुपये है. अगर इस रकम में छह हजार करोड़ रुपये और जोड़ दिया जाए तो वह भारत में मनरेगा के कुल बजट के बराबर हो जाएगा.