बिहार के पश्चिमी चंपारण के चनपटिया में कोरोना के समय एक स्टार्ट अप शुरू किया गया. जहां पर करीब सत्तावन उद्यमियों को जो लोकल लेवल पर काम करते थे और कुछ लोगों को बाहर से भी बुलाकर यहां पर उनका एक तरह से छोटा इंडस्ट्री स्टार्ट किया गया. आज इस मॉडल का असर यह है कि कल तक किसी और की कंपनी में जो मज़दूर थे वो अब अपने उद्योग के मालिक हैं और दूसरो को रोज़गार दे रहे हैं.