#MeToo मुहिम के ज़ोर पकड़ने के बाद केंद्रीय विदेश राज्यमंत्री एमजे अकबर की मुश्किलें बढ़ गईं. दस से ज़्यादा महिलाओं ने आरोप लगाए कि पूर्व में साथ काम करने के दौरान या फिर उनका संपादक रहने के दौरान एमजे अकबर ने उनका यौन उत्पीड़न किया. इस पर अकबर की चुप्पी आज टूटी जब वो लंबे विदेश दौरे से वापस लौटे. एक लिखित बयान में उन्होंने इन आरोपों को झूठा और मनगढ़ंत बताया और उनके पीछे की मंशा पर भी सवाल किए. साफ़ कर दिया कि वो इस्तीफ़ा नहीं देंगे और क़ानूनी कार्रवाई करेंगे. इस बीच सूत्रों के मुताबिक सरकार ने भी साफ़ कर दिया है कि वो उनका इस्तीफ़ा मांगने नहीं जा रही है.