बिहार में तेज़ी से फैली सांप्रदायिक हिंसा की आग को लेकर नीतीश सरकार सवालों के घेरे में है. विपक्ष लगातार नीतीश सरकार पर दंगाइयों को संरक्षण देने का आरोप लगा रहा है. केंद्रीय मंत्री और बीजेपी नेता अश्विनी चौबे के बेटे अरिजीत चौबे पर भी दंगा भड़काने का आरोप है. वारंट भी जारी हो चुका है, लेकिन अब तक उनकी गिरफ़्तारी न होने से सवाल उठ रहा है कि क्या नीतीश कुमार बीजेपी के दबाव में आ गए हैं?. भागलपुर से शुरू हुई सांप्रदायिक हिंसा की आग अब औरंगाबाद, समस्तीपुर, मुंगेर, सीवान, कैमूर, गया और नालंदा ज़िले तक पहुंच गई है. यहां रामनवमी जुलूस के बाद से सांप्रदायिक हिंसा भड़की है. हालात नियंत्रण में है, लेकिन तनाव अब भी बना हुआ है.