2014 के चुनाव में विकास की सान पर जाति की धार तेज की जा रही है। शुरुआत बीजेपी के नेताओं ने मोदी को पिछड़ा बता कर की और अब खुद मोदी बिहार-यूपी की रैलियों में खुद को पिछड़ा बताने लगे हैं। आखिर नरेंद्र मोदी पिछड़ी जाति की पहचान पर क्यों जोर दे रहे हैं और क्या इससे बीजेपी से एक नया पिछड़ा नेतृत्व आएगा? यही जानने समझने की कोशिश करती यह विशेष चर्चा...