पाकिस्तान के हमले में शहीद हुए पांच जवानों में से एक प्रेमनाथ सिंह सारण जिले के रहने वाले थे, जबकि दूसरे शहीद रघुनंदन प्रसाद नौतन गांव के थे। शहीदों के परिजनों और गांववालों का कहना है कि अगर सरकार ने पिछली घटनाओं से सीखा होता, तो आज ये नौबत नहीं आती।