हाइकोर्ट के फ़ैसले के बाद 84 हिंसा के कई पीड़ित रकाबगंज गुरुद्वारे के उस मेमोरियल में जमा हुए जो हिंसा में मारे गए लोगों की याद में बनाया गया था. यहां पीड़ितों ने कहा कि 34 बाद एक मामले में इंसाफ़ तो हुआ लेकिन अभी कई और लोग हैं जो इंसाफ़ की राह देख रहे हैं.