दशाश्वमेध घाट पर रविवार से नेशनल मिशन फॉर क्लीन गंगा द्वारा भेजी गई टीम के लोग गंगा नदी में बायोरेमेडीऐशन सॉल्यूशन स्प्रे करके हरे शैवाल का उपचार करने की कवायद कर रहे हैं. यह सॉल्यूशन जर्मन कंपनी ने उपलब्ध कराया है. बीते दिनों बनारस में गंगा का पानी हरा हो गया था और उसके घाटों के किनारे काई यानी शैवाल इकट्ठा होने लगी. इसकी खबर NDTV और दूसरे समाचार पत्रों में जब आम हुई तो इसको लेकर प्रशासन चौकन्ना हुआ. हमारे सहयोगी अजय सिंह की रिपोर्ट...