उद्योग जगत ने वित्त मंत्री को बजट से पहले अपनी मांगों की लंबी चौड़ी सूची सौंपी थी. वो कुछ मायूस है कि उसकी मांगों पर कुछ नहीं हुआ. वित्त मंत्री पीयूष गोयल ने निम्मन मध्यम वर्ग और किसानों के लिए राहत का एलान किया लेकिन उद्योग जगत को मायूसी ही हाथ लगी. मोदी सरकार के कार्यकाल के दौरान निजी निवेश में कमी पर सवाल उठते रहे हैं.