जेएनयू में रिसर्च कर रहे छात्र उमर खालिद पर फायरिंग की गई है. यह घटना दिल्ली के कांस्टीट्यूशन क्लब के पास हुई है. हालांकि इस हमले में उमर खालिद को गोली नहीं लगी है. बताया जा रहा है कि हमलावार के हाथ से पिस्तौल गिर गई थी और वह फरार हो गया. इस पर वरिष्ठ वकील प्रशांत भूषण ने कहा कि ऐसी घटनाएं आज कल रोज देखने को मिल रही है. कुछ दिन पहले स्वामी अग्निवेश पर हमला हुआ था. हमलावर के भाग जाने का क्या मतलब है. ये घटना यही दिखाती है कि इनलोगों को पुलिस और सरकार की पूरी शह मिली हुई है. वहीं, जेएनयू छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार ने कहा कि पूरा का पूरा सवाल सत्ता के उपर उठता है. इससे पहले भी जो हत्याएं हुई हैं उनमें हम देख रहे हैं कि किस तरह के लोग इन्वॉल्व हुए हैं. यह लोगों के आवाज दबाने की कोशिश की जा रही है.