कोटा में एक ही दिन में हुई दो छात्रों की आत्महत्या के बाद पूरा शहर एक तरह से सदमे में है. आदर्श कुन्हाड़ी क्षेत्र में अपनी चचेरे भाई और बहन के साथ रहता था. तीनों बच्चे नीट की तैयारी कर रहे थे. अब आदर्श के चचेरे भाई और बहन ने भी कोटा छोड़ दिया है. उनका कहना है कि आदर्श के बिना अब उनका यहां मन नहीं लगेगा.