असम में NRC के ऊपर बहस छिड़ी हुई है, बहुत से ऐसे परिवार हैं जिनमें कुछ सदस्यों के नाम ड्राफ़्ट में हैं तो कुछ के नहीं हैं..लेकिन किन्नरों के नाम NRC में सिरे से नदारद हैं. यही नहीं एनआरसी में ये प्रावधान भी नहीं है कि किन्नर उसमें अपना लिंग बता सकें. अब इनकी आख़िरी उम्मीद सुप्रीम कोर्ट से लगी है जो किन्नरों को एनआरसी में शामिल करने की अर्ज़ी पर 16 अगस्त को सुनवाई करेगी.