ईद को बस चंद रोज ही बाकी हैं.लेकिन ये देश की पहली ऐसी ईद होगी जिसमें लोग न तो मस्जिदों में नमाज पढ़ेंगे . न किसी के घर जाएंगे. न हाथ मिलाएंगे, न गले मिलेंगे. मुस्लिम धर्म गुरुओं ने इस पर रोक लगा दी है. ये भी अपील की है कि ईद के बजट की आधी रकम लॉकडाउन से बेरोजगार हुए लोगों की मदद पर खर्च करें.