कोरोना के इस दौर में बेहद दर्दनाक कहानियां सामने आ रही हैं. मुंबई के मुर्दाघर (Mumbai's morgues Last Rites) में लंबे समय से पड़े सैकड़ों शवों का भी अंतिम संस्कार किया जा रहा है. बिना भेदभाव के दो NGO इस काम में मदद कर रहे हैं. मालवानी के श्मशान घाट और कब्रिस्तान में ऐसे शवों को अंतिम विदाई देने वाले लोग ये नहीं जानते कि यह शव किसका है, लेकिन सबकी यही दुआ है कि मृतक की आत्मा को शांति मिले. पत्रकार रह चुके इकबाल ममदानी और जस्ट स्माइल (Just Smile) संगठन इसी मुहिम में जुटा हुआ है.