प्रधानमंत्री के नए साल के ऐलान से ये तो साफ हो गया कि सरकार को पता है कि नोटबंदी की असल मार किसे पड़ी है.पर गरीबों और खासकर ग्रामीण लोगों और किसानों के लिए किए ऐलान क्या चुनाव में मददगार साबित होंगे? देखते हैं पंजाब से ये रिपोर्ट जो बता रही है कि नोटबंदी के पचास दिन पूरे होने के बाद किसानों की हालत सुधरी है या नहीं?