गीता प्रेस की धार्मिक किताबों की मांग बढ़ी, मांग इतनी की ख़त्म हो गईं रामचरितमानस की पुस्तकें

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  • प्रकाशित: जनवरी 14, 2024
गीता प्रेस गोरखपुर का नाम कौन नहीं जानता है. बीते सौ साल से हिंदू धार्मिक पुस्तकों की ये सबसे प्रकाशक रही है. उसकी पुस्तकों के प्रकाशन के आंकड़े एक अरब तक पहुंचने में महज पांच करोड़ ही बाकी रह गए हैं. अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा का दिन जैसे जैसे करीब आ रहा है. गीता press की पुस्तकों की मांग भी बढ़ती जा रही है...

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