चीन की वजह से संयुक्त राष्ट्र में लश्कर-ए-तैयबा का आतंकवादी साजिद मीर एक बार फिर ग्लोबल आतंकवादी घोषित नहीं हुआ. जिसे लेकर भारत ने यूएन में ही चीन को खरी-खोटी सुना दी है. विदेश मंत्रालय के संयुक्त सचिव प्रकाश गुप्ता ने यूएन में इस मामला को उठाया. उन्होंने कहा कि चीन की इस हरकत से 26/11 के पीड़ितों को अभी भी न्याय नहीं मिला है. कुछ निजी हितों के चलते हमारे प्रयासों को रोका गया है. इससे यह साफ होता है कि हमारे पास आतंकवाद की चुनौती के खिलाफ ईमानदारी से लड़ने की राजनीतिक इच्छाशक्ति नहीं है.