झारखंड के सरायकेला खरसावां में तबरेज अंसारी भीड़ की हिंसा का शिकार हुआ और उसकी मौत हो गई. भीड़ द्वारा पीटे जाने के बाद डॉ. ओपी केसरी, डॉ. प्रदीप कुमार, डॉ. शाहिद अनवर, इन तीन डाक्टरों की नज़र में तबरेज़ अंसारी 18 जून से 22 जून की रात तक गुज़रा और तीनों यह नहीं समझ सके कि इसकी हालत इतनी गंभीर है. जबकि उसे रात भर की पिटाई के बाद लाया गया था. तबरेज़ ने हालत खराब होने की शिकायत भी की थी. इन तीन डाक्टरों में से एक डॉ शाहिद अनवर जेल में हैं. क्या बाकी दो डॉक्टरों पर कोई कार्रवाई होगी. यही नहीं जांच में यह भी निकल कर बात सामने आई है कि स्थानीय पुलिस ने अपने सीनियर को घटना के बारे में नहीं बताया था. साथ ही घटनास्थल से सबूत तक इकट्ठे नहीं किए गए. घटना 17-18 जून रात 1 से 2 बजे के बीच की है, लेकिन पुलिस को घटना स्थल तक पहुंचने में सुबह के 6 बज गए.