2004 में 14 साल की रोशनी ने मध्य प्रदेश के सिवनी में एक सड़क दुर्घटना में अपना पैर गंवा दिया. जरूरत के वक्त में कोई उनकी मदद के लिए नहीं आया. रोशनी को अपनी स्टोरी, गोल्डन ऑवर के दौरान कैशलेश इलाज के महत्व के बारे में बताते हुए देखिए, जिसकी गारंटी मोटर व्हीकल अमेंडमेंट एक्ट 2019 के सेक्शन 162(2) के अंतर्गत दी गई है.