समाज में आदिवासियों और पिछड़ी जाति की स्थित पर बात करते हुए रवीश कुमार के प्राइम टाइम में ब्लू डॉन की दिव्या कंदुकुरी ने कहा कि हमें हमेशा से ही नीचा दिखाने की कोशिश की गई है. मेन स्ट्रीम मीडिया हमारे लिए ऐसे शब्दों को प्रयोग करता है जिससे ऐसा प्रतीत होता है कि हमारी जाति के लोगों ने समाज के लिए कभी कुछ गिया ही नहीं है, जोकि पूरी तरह से गलत है. आज अगर पिछड़ा वर्ग व आदिवासी समूदाय की महिलाएं पढ़ रही हैं तो इसके पीछे सावित्रीबाई फूले का सबसे बड़ा योगदान है. जबकि बाबा साहेब अंबेडकर ने संविधान में कई बड़ी चिजों को शामिल किया ताकि सभी वर्ग व समूदाय के लोगों को न्याय मिल सके.