लॉकडाउन की वजह से ट्रेनें (Lockdown Trains) भी बंद हो गई थीं, जिनमें बहुत सारी ट्रेनें अभी भी नहीं चल रही हैं. रेलगाड़ी न शुरू होने से बनारस में पर्यटन (varanasi Tourism) पर असर पड़ा है. नाविकों को भी मेहमानों का इंतजार है. स्थानीय यात्री ज्यादा नाव पर सफर नहीं करते हैं. मंदिरों के आसपास के कारोबारियों और पूजा सामग्री बेचने और फोटोग्राफर भी परेशान हैं. तीर्थ पुरोहित और श्राद्ध कर्म वाले भी परेशान हैं. बनारस के घाट सूने पड़े हैं और नावों की पतवारें भी थमी हुई नजर आ रही हैं.