प्रधानमंत्री आवास की तरफ बढ़ता हिंसक प्रदर्शनकारियों का हुजूम और बिगड़े हालात के बीच शेख हसीना को अपने पद से इस्तीफा देने के लिए मनाने की कोशिश करते सुरक्षाकर्मी. ये वाकया उस दिन का है जब बांग्लादेश की तत्कालीन प्रधानमंत्री तमाम विरोध प्रदर्शनों के बावजूद भी अपने पद से इस्तीफा देने के लिए तैयार नहीं दिख रही थीं. उनका कहना था कि चाहे जो हो जाए, वो अपने पद से इस्तीफा नहीं देंगी. लेकिन फिर 45 मिनट के भीतर ही कुछ ऐसा हुआ कि शेख हसीना ने सिर्फ अपने पद से इस्तीफा दिया, बल्कि देश छोड़ने को भी तैयार हो गईं. और ये सब होता है सिर्फ एक फोन कॉल के बाद.