कहते हैं, शाहजहां को क़ैद करने के बाद औरंगजेब ने उससे कहा- एक कपड़ा, एक अनाज और एक काम मांगो। शाहजहां ने मलमल का कपड़ा मांगा, अनाज में चना मांगा और बच्चों को पढ़ाने का काम मांगा। औरंगजेब ने बाक़ी दो मांगें मान लीं- तीसरी पर कहा- हुंह हमारी हुकूमत में बगावत पैदा करना चाहते हो? यानी औरंगज़ेब और कुछ भी हो- शिक्षा का महत्व जानता था। उसे पता था कि इतिहास की पढ़ाई भविष्य को बना-बदल सकती है।