बीएमसी में हुए कथित घोटाले को लेकर अब शिवसेना के दोनों गुट आमने सामने हैं. कैग रिपोर्ट के अनुसार बीएमसी में हुए कथित 12 हजार करोड़ रुपए के घोटाले के मामले में जहां मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने एसआईटी गठित कर जांच करने के आदेश दिए तो वहीं अब उद्धव ठाकरे ने 1 जुलाई को बीएमसी प्रशासन की ओर से किए गए हजारों करोड़ के घोटाले के खिलाफ मोर्चा निकालने का ऐलान किया है.