रवांडा पहली बार कॉमनवेल्थ सम्मेलन की मेज़बानी कर रहा है. ब्रिटिश उपनिवेश का हिस्सा न होते हुए भी रवांडा 2009 में कॉमनवेल्थ में शामिल हुआ. इसका मक़सद 54 देशों के इस ब्लॉक के साथ साझेदारी और तरक़्क़ी करना है. 1994 के नरसंहार के बाद देश कितना बदल गया है ये इस बात को भी दर्शाता है. कई देशों के प्रमुख, खुद प्रिंस चार्ल्स यहाँ मौजूद हैं. विदेश मंत्री एस जयशंकर यहां भारत का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं. रवांडा की राजधानी किगाली से उमाशंकर सिंह और कादंबिनी शर्मा की रिपोर्ट.