विपक्ष के हंगामे के चलते आज तीन तलाक बिल पर चर्चा नहीं हो सकी. कांग्रेस, सीपीआई, सीपीएम, डीएमके, एआईडीएमके, बीजद और समाजवादी पार्टी ने बिल को सेलेक्ट कमिटी के पास भेजे जाने की मांग की है. साथ ही विपक्ष ने दो संशोधन भी रखे हैं जिस पर वित्त मंत्री और राज्यसभा में नेता सदन अरुण जेटली ने ऐतराज जताया. उन्होंने बिना नोटिस संशोधन पेश करने को लेकर सवाल खड़े किए.