30 करोड़ लोगों को जुलाई-अगस्त तक कोरोना वैक्सीन मिल जानी चाहिए. इस साल के दूसरे छमाही में बाकी दूसरों को वैक्सीन दिया जा सकता है. आने वाले वक्त में 5-6 नई वैक्सीन भी आ रही हैं. जुलाई-अगस्त के बाद कोशिश होगी की अगली कैटेगरी में पूरी आबादी को शामिल किया जाए. वेरियंट्स या म्यूटंट्स को लेकर भी वैक्सीन प्रभावी रहे इसको लेकर अनुसंधान जारी है ताकि उसमें तब्दीली लाई जा सके. यह जानकारी दी है ICMR टास्क फोर्स के ऑपरेशन रिसर्च ग्रुप हेड एनके अरोड़ा ने.