मैसूर के पास एक मंदिर को प्रशासन ने कोर्ट के आदेश के बाद गिरा दिया था. इस आदेश के जद में और भी कई धार्मिक स्थल आने वाले थे लेकिन लोगों की नाराजगी को देखते हुए बोम्मई सरकार ने आनन-फानन में धार्मिक स्थान संरक्षण बिल विधानसभा में पेश किया और पास करवाया.