भारत की अर्थव्यवस्था मंदी की ओर बढ़ रही है और अंतरराष्ट्रीय अर्थव्यवस्था में आई मंदी इसके लिए और भी ख़राब साबित हो रही है. इसके असर से भारत का चमड़ा उद्योग भी नहीं बचा है. बल्कि उस पर असर काफ़ी गहरा पड़ा है. ख़ासकर भारत के चमड़े का निर्यात 60 फीसदी तक घट गया है. इस उद्योग से 44 लाख से ज्यादा लोगों को रोज़गार मिलता है. भारत में विदेशी मुद्रा कमाने वाले दस सबसे बड़े क्षेत्रों में चमड़ा उद्योग भी है.