भारत में मंदी का दौर चल रहा है. ऐसे में घरों की बिक्री थम गई है और कारों के उत्पादन और बिक्री में भारी गिरावट आई है. 30 शहरों में करीब 12 लाख 76 हजार घर बनकर तैयार हैं, जिन्हें भरने में 3 से 6 साल लगने का अनुमान है, जबकि बिल्डर्स 11 से 12 महीने का टागरे लेकर चलते हैं. गाड़ियों की बिक्री 23 फीसदी गिर गई है. मोटर साइकिल की बिक्री 9 और स्कूटर की 16.5 फीसदी गिर गई है. वहीं 2014 से 2019 के बीच कॉर्पोरे नौकरियों में सालाना बढ़त सिर्फ 0.7 फीसदी ही बढ़ी है.