शुरुआत एक ऐसे डॉक्टर की कहानी से करना चाहता हूं, जिन्होंने सेवा के लिए अपनी जिंदगी दाव पर लगा दी. डॉक्टर जेपी यादव सोमवार को अपनी क्लिनिक के लिए निकल रहे थे तो गाड़ी खराब हो गई. घरवालों ने कहा कि गाड़ी खराब है ठीक होने के बाद ही वो जाएं. डॉक्टर ने कहा कि उनका जाना बहुत जरूरी है, क्योंकि वो जाकर ही PPE किट डॉक्टर और स्वास्थ्यकर्मियों को दे सकते हैं जिनकी जिंदगी ज्यादा खतरे में है. यह कहकर वह अपने बेटे की साइकिल लेकर क्लिनिक की तरफ निकल पड़े. डॉक्टर यादव दक्षिण दिल्ली नगर निगम के पॉली क्लिनिक में CMO इंचार्ज थे. शाम को जब वो वापस अपने घर की तरफ लौट रहे थे तो एक सफेद रंग की कार ने उन्हें टक्कर मार दी, जिससे उनकी मौत हो गयी. डॉक्टर यादव ने 1995 में MBBS की पढाई की थी बिहार के सुपौल के रहने वाले थे. उम्मीद है बिहार सरकार उन्हें उचित सम्मान देगी. बुधवार की सुबह उनका परिवार उनका शव लेकर गांव गया है. जेपी यादव को हमारी श्रद्धांजलि. दूसरी तस्वीर मुरादाबाद से है जहां स्वास्थ्य विभाग की टीम पर हमला किया गया. वहीं एक और बात जो सामने आ रही है वो यह है कि अब सब्जियां भी हिंदू और मुसलमान में बंट रही है.