आज किसानों और सरकार के बीच बातचीत लगभग 8 घंटे चली. इस मीटिंग में किसानों के इरादे इसी बात से साफ हो गए थे कि उन्होंने सरकार द्वारा दिया गया लंच खाने से इंकार कर दिया औैर कहा कि वे अपना खाना लेकर आए हैं. अपने साथ जो लाए वही जमीन पर बैठकर खाने लगे. किसानों ने न सिर्फ अपने इरादों के प्रति ईमानदारी दिखाई, बल्कि उस एजेंडे को ध्वस्त कर दिया जो किसानों के आंदोलन के खिलाफ चलाया जा रहा था. सरकार का किसानों से बात करना अपने आप में किसानों की बड़ी कामयाबी है.