दिल्ली दंगों की जांच को लेकर सवाल उठाए गए हैं. योगेंद्र यादव, उमर खालिद, हर्ष मंदर सहित कई लोगों ने बयान जारी कर कहा है कि नागरिकता कानून को लेकर हुए आंदोलन के नेताओं को दिल्ली पुलिस की तरफ से फंसाया जा रहा है. बिना किसी आधिकारिक चार्जशीट के लोगों को पुलिस कई हफ्तों से जेल में बंद कर के रखी है.