रवीश कुमार का प्राइम टाइम : केंद्र सरकार के फैसले का लाखों डॉक्टरों ने किया विरोध

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  • प्रकाशित: दिसम्बर 08, 2020
एलोपैथी (Allopathy) आपने सुना है नैचुरोपैथी (naturopathy) भी आपने सुना होगा. लेकिन मिक्सोपैथी (Mixopathy) आपने नहीं सुना होगा. मेडिकल साइंस में इस ब्रांच का जन्म शायद इसी साल हुआ है. दुनिया जब वैक्सीन बनाने में लगी थी भारत मिक्सोपैथी की खोज में लगा था, खोज भी लिया. लेकिन इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) को पंसद नहीं आया. ये शब्द भी उन्हीं का है और इस खोज के खिलाफ आईएमए ने आज अपनी 1745 शाखाओं में प्रदर्शन किया है. मिक्सोपैथी का मतलब है कि आर्युवेद के डॉक्टर भी ऑपरेशन कर सकेंगे. एमबीबीएस डॉक्टरों ने केंद्र सरकार के इस फैसले के खिलाफ 10 हजार स्थानों पर प्रदर्शन किया है. इस प्रदर्शन में आईएमए के साढ़े तीन लाख सदस्यों ने हिस्सा लिया है. एमबीबीएस की पढ़ाई करने वाले छात्र भी इसमें शामिल हुए हैं. दावा किया गया है कि सभी मेडिकल कॉलेज के छात्रों ने इसमें हिस्सा लिया है. आईएमए ने मांग की है कि केंद्र अपना ये फैसला वापस ले.

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