ऐसा लगता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दोनों ने ही अपनी डिक्शनरी में से रोजगार शब्द की परिभाषा को बदल दिया है. मध्यमवर्ग के नौजवान जिन नौकरियों की मांग करते थे उनपर जवाब देना सरकार के लिए मुश्किल है. इसलिए सरकार ने सीधा कौशल वाले मजदूरों से संवाद करना शुरू कर दिया है.