कांग्रेस भले शिकायत कर रही तो प्रधानमंत्री मोदी चुनाव प्रचार में सर्जिकल स्ट्राइक का इस्तेमाल कर रहे हैं, प्रधानमंत्री को अपने निशाने मालूम हैं. दो दिन पहले उन्होंने कहा कि ये नया हिंदुस्तान है जो आतंकियों को घर में घुस कर मारता है और आज राजस्थान में उन्होंने कहा कि आतंक के ख़िलाफ़ उनकी तीसरी सर्जिकल स्ट्राइक हो चुकी है. मसूद अज़हर को ग्लोबल आतंकी घोषित किया जा चुका है.उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस के समय आतंकी हमले होते थे और देश बेबस दिखता था. अपने भाषण में उन्होंने कई आतंकी हमलों का ज़िक्र भी किया. याद दिलाया कि अकेले 2008 में चार-चार बड़े आतंकी हमले हुए, जनवरी 2008 में रामपुर में सीआरपीएफ़ कैंप पर हमला हुआ, मई 2008 में जयपुर में धमाके हुए, जुलाई 2008 में बेंगलुरु में सीरियल धमाके हुए, इसके बाद अहमदाबाद में बम फटे, सितंबर में दिल्ली में दो अलग-अलग आतंकी हमले हुए, अक्टूबर में पूर्वोत्तर के तीन बड़े शहरों,गुवाहाटी, इंफाल और अगरतला में धमाके हुए और फिर 26 नवंबर को मुंबई में हमला हुआ. प्रधानमंत्री ने दावा किया कि अब पाकिस्तान की हेकड़ी निकल चुकी है और आतंकवादियों के हौसले ख़त्म हो चुके हैं. जाहिर है, वो एक मज़बूत, दबंग हिंदुस्तान की दावेदारी के साथ वोट मांग रहे हैं- चुनाव का एजेंडा सेट कर रहे हैं. और कांग्रेस का मज़ाक बना रहे हैं. ऐसे में कुछ सवाल पैदा होते हैं कि क्या मसूद अज़हर को ग्लोबल आतंकी घोषित किये जाने का फ़ायदा बीजेपी को मिलेगा? क्या आतंकवाद और राष्ट्रवाद का ये एजेंडा प्रधानमंत्री मोदी को रास आ रहा है?