आंध्र प्रदेश के कुछ सीमांत इलाकों के किसानों को ऑर्गेनिक खेती की ट्रेनिंग दी जा रही है. नीम के साथ अलग-अलग तरह की पत्तियों को 20 लीटर गौमूत्र के साथ पूरे दिन उबाला जाएगा. फिर इसे छान लिया जाएगा. पंचपत्र कश्यम नाम के इस हर्बल काढ़े का छिड़काव फसलों को नुकसान पहुंचाने वाले कीड़ों पर किया जाता है. इस तरीके से किसान अपनी फसलों को बचा सकेंगे.