पिछले करीब एक महीने से एक सरकारी निर्णय या संकल्प से उत्साह और असमंजस दोनों ही बना हुआ है. सरकार ने ठान ली है की सिंगल यूज़ प्लास्टिक, यानी की एक बार इस्तेमाल करके फेंक देने वाले प्लास्टिक से हमें अपने देश को मुक्त करना है. लेकिन प्लास्टिक बनाने वाली कंपनी कहती हैं की वो असमंजस में हैं. एकदम से बैन हो गया तो वो क्या करेंगे? सिंगल यूज़ प्लाटिक हटा देंगे तो क्या उसका विकल्प क्या है? ये सवाल सरकार इन कंपनी वालों से ही पूछ रही है. आज का मुक़ाबला एक पहल है सिंगल यूज़ प्लास्टिक, उससे होने वाली समस्या और उसके हल पर बहस पर पहली बार टीवी पर, एक समझदार पहल. जिसमे एक-एक पहलू पर बात चीत होगी.