नागरिकता संशोधन क़ानून के ख़िलाफ़ पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पहले से ही मोर्चा खोले हुए हैं. सोमवार को ममता ने इस सिलसिले में एक विशाल मार्च भी निकाला. कोलकाता की रेड रोड पर बीआर अंबेडकर की मूर्ति से लेकर जोरासाखो ठाकुरबाड़ी तक निकाले इस मार्च के दौरान तृणमूल कांग्रेस कार्यकर्ताओं के अलावा भारी संख्या में जनता भी जुटी. ममता ने मोदी सरकार को ललकारते हुए कहा कि नागरिकता संशोधन क़ानून उनकी लाश के ऊपर ही पश्चिम बंगाल में लागू हो पाएगा. उधर केरल की राजधानी तिरुवनंतपुरम में नागरिकता संशोधन क़ानून के ख़िलाफ़ राज्य के दो धुर विरोधी एक साथ सत्याग्रह पर बैठ गए. केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन और विधानसभा में विपक्ष के नेता कांग्रेस के रमेश चेन्नीथला के इस साझा सत्याग्रह में राज्य सरकार के सभी मंत्री और दोनों ही पार्टियों के कई नेता शामिल हुए. पिनाराई विजयन ने साफ़ कर दिया कि वो इस क़ानून को केरल में लागू नहीं होने देंगे. कांग्रेस ने कहा कि ये क़ानून मुस्लिमों और ग़ैर मुस्लिमों को बांटने के लिए है.